कैंसर

कैंसर | Cancer In Hindi

कैंसर (Cancer In Hindi) मनुष्यों तक ही सीमित नहीं है बल्कि जानवरों और अन्य जीवों को भी कैंसर हो सकता है। कैंसर दुनिया में दूसरा सबसे अधिक जानलेवा रोग है, और इंसानों की मौतों का सबसे आम कारण भी है। यह तब शुरू होता है जब एक कोशिका अपना स्‍वरूप बदलती है और तेजी से बढ़ने और विभाजित होने लगती है। पहले एक कोशिका दो कोशिकाओं में विभाजित होती हैं, फिर चार, आठ और इसी तरह जब तक वे कोशिकाओं का अधिक संख्‍या में निर्माण नहीं करती हैं, जिन्हें ट्यूमर कहा जाता है। हालांकि, हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता है। जब यह अनियंत्रित रूप से बढ़ता है तो यह अक्सर पूरे शरीर में फैलने की क्षमता रखता है।  

कैंसर, शरीर में कहीं भी असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है। स्तन कैंसर, त्वचा कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, पेट का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और लिंफोमा सहित 100 से अधिक प्रकार के कैंसर हैं। लक्षण प्रकार के आधार पर भिन्न होते हैं। इन असामान्य कोशिकाओं को कैंसर कोशिका, मैलिग्नैंट ट्यूमर या ट्यूमर कोशिकाएं कहा जाता है। ये कोशिकाएं शरीर के सामान्य ऊतकों में घुसपैठ कर सकती हैं। कई कैंसर और असामान्य कोशिकाएं जो कैंसर के ऊतकों (Tissues) की रचना करती हैं, उन्हें उस ऊतक के नाम से पहचाना जाता है, जो असामान्य कोशिकाओं से उत्पन्न हुआ है (उदाहरण के लिए, स्तन कैंसर, फेफड़े का कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर)। कैंसर उपचार में कीमोथेरेपी, विकिरण (Radiation) और सर्जरी शामिल हैं।

कैंसर से जुड़े फैक्‍ट्स: Cancer Facts And Figures in Hindi
2018 में दुनिया भर में अनुमानित 1.8 करोड़ कैंसर के मामले थे, इनमें से 95 लाख मामले पुरुषों में और 85 लाख महिलाओं में थे। फेफड़े और स्तन कैंसर (Lung and breast Cancers) दुनिया भर में सबसे आम कैंसर थे, ये 2018 में डाइग्‍नोज किए गए नए मामलों की कुल संख्या का 12.3% योगदान करते हैं। जबकि, 18 लाख नए मामलों के साथ कोलोरेक्टल कैंसर तीसरा सबसे आम कैंसर था। 

पुरुषों में कैंसर: Cancer in Men
फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) दुनिया भर में पुरुषों में होने वाला सबसे आम कैंसर था, 2018 में डाइग्‍नोज किए गए नए मामलों की कुल संख्या का 15.5% योगदान करते हैं। मुख्‍य रूप से तीन- फेफड़े, प्रोस्टेट और कोलोरेक्टल कैंसर, सभी कैंसर का 44.4% योगदान करते हैं (गैर-मेलेनोमा त्वचा कैंसर को छोड़कर)। इन आंकड़ों में 5% से अधिक योगदान देने वाले अन्य सामान्य कैंसर पेट और लिवर थे।

महिलाओं में कैंसर: Cancer In Women
2018 के आंकड़ों के मुताबिक, ब्रेस्‍ट कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में होने वाले सबसे आम कैंसर में से एक थे, यह डाइग्‍नोज किए गए कुल नए मामलों की संख्‍या का 25.4% योगदान देता है। मुख्‍य रूप से तीन- स्तन, कोलोरेक्टल और फेफड़ों के कैंसर, सभी कैंसर (गैर-मेलेनोमा त्वचा को छोड़कर) का 43.9% योगदान करते हैं। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर था, जिसमें 2018 में डाइग्‍नोज किए गए नए मामलों की कुल संख्या का 6.9% योगदान था।

कैंसर के कुछ सामान्‍य लक्षण: Signs and Symptoms of Cancer in Hindi

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, आपको कैंसर के कुछ सामान्य संकेतों और लक्षणों के बारे में पता होने चाहिए। लेकिन याद रखें, इनमें से किसी के होने का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है; कई अन्य चीजें इन संकेतों और लक्षणों का कारण बनती हैं। यदि आपके शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं और वे लंबे समय तक चलते हैं या खराब हो जाते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्‍टर की सलाह लेने की जरूरत है। हालांकि, यहां हम आपको कैंसर के सामान्‍य लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।

  • अचानक वजन का कम होना (Unexplained weight loss)
    ज्‍यादातर कैंसर वाले लोगों का अचानक से वजन कम हो सकता है, जब आपका वजन कम होता है तो आपको कारण पता नहीं होता, तब इसे अचानक वजन कम होना कहते हैं। अगर 10 पाउंड या इससे अधिक शरीर में वजन की कमी होती है तो यह कैंसर का पहला संकेत हो सकता है। यह अक्‍सर पैंक्रियाज, पेट और ऐसोफैगस या फेफड़े का कैंसर हो सकता है। 
  • बुखार (Fever)
    कैंसर में बुखार बहुत ही सामान्‍य है, लेकिन यह कैंसर होने के बाद अक्‍सर होता है। लगभग सभी लोगों में कैंसर के दौरान फीवर की शिकायत होती है, खासकर यदि कैंसर या इसका इलाज इम्‍यून सिस्‍टम को प्रभावित करता है (यह संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर के लिए मुश्किल हो जाता है)। हालांकि, कई बार बुखार कैंसर के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं। जैसे ब्‍लडड कैंसर (ल्‍यूकेमिया या लिंफोमा)। 
  • थकान (Fatigue)
    थकान, कैंसर बढ़ने पर यह एक महत्वपूर्ण लक्षण हो सकता है। लेकिन यह कुछ कैंसर में समय से पहले हो सकता है, जैसे ल्यूकेमिया। कुछ कोलन कैंसर, खून की कमी का कारण बन सकते हैं जो स्पष्ट नहीं है। यह एक और कारण है जिससे कैंसर थकान पैदा कर सकता है।
  • दर्द (Pain)
    हड्डी के कैंसर या वृषण कैंसर (Bone Cancers Or Testicular Cancer) जैसे कुछ कैंसर के साथ दर्द शुरूआती लक्षण हो सकता है। सिरदर्द, जो उपचार के बाद भी ठीक नहीं होता है वह ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हो सकता है। पीठ दर्द पेट, मलाशय या अंडाशय (Ovary) के कैंसर का लक्षण हो सकता है। 
  • त्वचा में बदलाव (Skin changes) 
  • त्वचा के कैंसर के साथ, कुछ अन्य कैंसर त्वचा में परिवर्तन का कारण बन सकते हैं जिन्हें देखा जा सकता है। इन संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं:
  • गहरे रंग की त्वचा (हाइपरपिग्मेंटेशन)
  • त्वचा और आंखों का पीला होना (पीलिया)
  • त्‍वचा पर रेडनेस (इरिथेमा)
  • खुजली (प्रुराइटिस)
  • अत्यधिक बाल बढ़ना

कैंसर के कारण: What Causes Cancer in Hindi

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के अनुसार, कैंसर एक मल्टीस्टेज प्रक्रिया में ट्यूमर कोशिकाओं में सामान्य कोशिकाओं के परिवर्तन से उत्पन्न होता है। ये परिवर्तन किसी व्यक्ति के आनुवंशिक कारकों और कुछ बाहरी कारकों का परिणाम हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

फिजिकल कार्सिनोजन: इसके अंतर्गत अट्रावॉयलेट किरणें और आयरनाइजिंग रेडिएशन

केमिकल कार्सिनोजन: इसमें एस्‍बेस्‍टस, तंबाकू के धूएं के कंपोनेंट्स, एलाटॉक्सिन (फूड को दूषित करने वाला), और आर्सेनिक (पीने का पानी दूषित करने वाला) और बायोलॉजिकल कार्सिनोजन, जैसे कि कुछ वायरस, बैक्टीरिया या परजीवी से संक्रमण।

एजिंग (उम्र का बढ़ना) कैंसर के विकास का एक और मूलभूत कारक है। कैंसर नाटकीय रूप से उम्र के साथ बढ़ता है। 

कैंसर के जोखिम कारक: Risk factors for Cancers

डब्‍ल्‍यूएचओ के अनुसार तम्‍बाकू, शराब, अनहेल्‍दी डाइट और गतिहीन जीवनशैली कैंसर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक हैं। इसके अलावा, कुछ क्रॉनिक इंफेक्‍शन कैंसर के लिए जोखिम कारक हैं और यह यह निम्न और मध्यम आय वाले देशों में आम है। 2012 में लगभग 15% कैंसर कार्सिनोजेनिक इंफेक्‍शन के तौर पर डाइग्‍नोज किया गया था, जिसमें हेलिकोबैक्टर पाइलोरी, ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV), हेपेटाइटिस बी वायरस, हेपेटाइटिस सी वायरस और Epstein-Barr virus3 शामिल थे।

हेपेटाइटिस बी और सी वायरस और कुछ प्रकार के एचपीवी लिवर और सर्वाइकल (गर्भाशय ग्रीवा) कैंसर के लिए खतरा बढ़ाते हैं। एचआईवी के साथ संक्रमण से सर्वाइकल कैंसर जैसे कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है।

कैंसर के प्रकार: Top 10 Type Of Cancer in Hindi

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार, कैंसर दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण है, 2018 में अनुमानित 96 लोगों की मृत्यु हुई है। आमतौर पर 200 प्रकार के कैंसर होते हैं, मगर यहां हम आपका उन कैंसर के आंकड़ों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे दुनियाभर की आबादी का एक बड़ा हिस्‍सा प्रभावित होता है। सबसे आम कैंसर हैं:

  • फेफड़े का कैंस (20.9 लाख मामले)
  • स्तन कैंसर (20.9 लाख मामले)
  • कोलोरेक्टल कैंसर (18 लाख मामले)
  • प्रोस्टेट कैंसर (12.8 लाख मामले)
  • त्वचा कैंसर (गैर-मेलेनोमा) (10.4 लाख मामले)
  • पेट का कैंसर (10.3 लाख मामले)

 

कैंसर से होने वाली मौतों के सबसे आम कारण हैं:

  • फेफड़े का कैंसर (17.6 लाख मौतें)
  • कोलोरेक्टल कैंसर (862 000 मौतें)
  • पेट का कैंसर (783 000 की मौत)
  • लिवर कैंसर (782 000 मौतें)
  • स्तन कैंसर (627 000 मौतें)

कैंसर का इलाज: Treatment For Cancer in Hindi

  • सर्जरी
    यदि संभव हो तो, डॉक्टर सर्जरी के माध्यम से कैंसर के ट्यूमर को हटाने की कोशिश करते हैं।
  • कीमोथेरपी
    कीमोथेरेपी एक लंबी प्रक्रिया है जिसे कई चरणों में किया जाता है। ये प्रक्रिया कैंसर कोशिकाओं को मारती हैं। यह उपचार बहुत दर्दनाक होता है, इसमें सिर के बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं। 
  • रेडिएशन थेरेपी
    इस थेरेपी में, कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए रेडिएशन या विकिरणों के शक्तिशाली किरणों का उपयोग किया जाता है। इनसाइड रेडिएशन थेरेपी को ब्रैकीथेरेपी कहा जाता है और शरीर के बाहर रेडिएशन थेरेपी को एक्सटर्नल बीम रेडिएशन कहा जाता है।
  • हार्मोन थेरेपी
    यह थेरेपी या तो हार्मोन को रोकती है या स्थायी रूप से उन हार्मोन को अवरुद्ध करती है जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
  • इम्‍यूनोथेरेपी
    यह थेरेपी एंटीबॉडी का उपयोग करती है जो कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को जागृत करती है। हालांकि, यह केवल शुरुआती स्‍टेज में कैंसर में परिणाम दिखा सकता है। 
  • स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
    यह ब्‍लड कैंसर में किया जाता है जहां स्वस्थ कोशिकाओं द्वारा प्रतिस्थापित कैंसर कोशिकाओं को हटा दिया जाता है। बेहतर परिणाम पाने के लिए कीमोथेरेपी भी की जाती है।
  • दवाओं के माध्‍यम से
    इसमें, डॉक्टर कैंसर के मरीज के शरीर में कुछ दवाओं को इंजेक्ट करते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने वाले अणुओं से लड़ते हैं और मारते हैं।
  • वैकल्पिक चिकित्‍सा
    वैकल्पिक चिकित्‍सा को कैंसर के उपचार के रूप में नहीं गिना जाता है, लेकिन वैकल्पिक दवाएं कैंसर उपचारों के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करती हैं। हालांकि उपचार से थकान, मतली, दर्द, आदि होने की संभावना होती है। वैकल्पिक उपचार के तौर एक्यूपंक्चर, योग, मालिश, मेडिटेशन, आयुर्वेद, होमियोपैथ, यूनानी पद्धति की चिकित्‍सा शामिल है। डॉक्टर बेहतरीन परिणामों के लिए अन्य उपचारों के साथ इनका अभ्यास करने का सुझाव देते हैं।
References
  • https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/cancer
  • https://www.wcrf.org/dietandcancer/cancer-trends/worldwide-cancer-data
  • https://www.cancer.org/cancer/cancer-basics/signs-and-symptoms-of-cancer.html