हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को पत्थरचट्टा से करें दूर, जानें इस्तेमाल का तरीका

हाई बीपी की समस्या में आप पत्थरचट्टे का उपयोग कर सकते हैं। आगे जानते हैं इसके फायदे और उपयोग का तरीका

Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: Sep 18, 2023 19:00 IST
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को पत्थरचट्टा से करें दूर, जानें इस्तेमाल का तरीका

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आज के समय में स्ट्रेस और तनाव के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, काम के प्रेशर के चलते लोगों को नींद की कमी का सामना करना पड़ता है। वहीं,  लोगों की डाइट में पोषण तत्व की कमी का असर सेहत पर साफ देखने को मिलता है। इससे लोगों में मोटापा बढ़ने लगता है। जिसकी वजह से नसों में ब्लॉकेज होने लगती है। जिससे लोगों को हाई बीपी की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन, आप पथरचट्टे की पत्तियों के इस्तेमाल से आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉ. ज्योत्सना गुप्ता से जानते हैं हाई बीपी में किस तरह से फायदेमंद है पत्थरचट्टे की पत्तियां। साथ ही, इसके उपयोग का तरीका भी आगे बताया गया है। 

हाई बीपी में पत्थरचट्टा के फायदे - Benefits Of Patharchatta for High Blood Pressure In Hindi 

ब्लड प्रेशर को करें नियंत्रित

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए पत्थरचट्टे की पत्तियों का उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है। इसमें सैपोनिन, एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड जैसे एंजाइम्स पाए जाते हैं। यह नसों को आराम पहुंचाने का काम करते हैं। साथ ही, ब्लड प्रेशर को ठीक करते हैं। इससे हाई बीपी की समस्या कम होने लगती है। 

एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरपूर

पथरचट्टे की पत्तियों में क्वेरसेटिन और केम्फेरोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाले डैमेज से बचाने का काम करते हैं। फ्री रिडेकल्स नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और हाई बीपी की समस्या को बढ़ा सकता है। लेकिन, पत्थरचट्टे के पत्तों से आप ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं। साथ ही, हार्ट हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं। 

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मूत्रवर्धक प्रभाव

पत्थरचट्टा की पत्तियों में मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे पेशाब को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। यह हाई बीपी वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह बॉडी से एक्सट्रा सोडियम और पानी को बाहर निकालने में सहायता कर सकता है। सोडियम का स्तर कम होने से ब्लड प्रेशर नॉर्मल बना रहता है। जिससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। 

एंटी-इंफ्लेमेटरी

सूजन का हाई बीपी और अन्य हार्ट डिजीज से संबंध होता है। पत्थरचट्टे की पत्तियों में सूजन के कम करने वाले गुण होते हैं, जो नसों में आई सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इससे रक्त संचार बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। 

स्ट्रेस को कम करें

स्ट्रेस और गंभीर तनावा हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का एक मुख्य कारण माना जा सकता है। पत्थरचट्टे के पत्तियों में एडाप्टोजेनिनक होती है, जिसका अर्थ होता है कि यह पत्तियां स्ट्रेस और तनाव को कम करने में मदद करती हैं। आप इन पत्तियों की चाय से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।  

हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए पत्थरचट्टे का उपयोग कैसे करें - How To Use Pattharchatta For High Blood Pressure In Hindi 

  • पत्तियों का सेवन करें : हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आप पत्थरचट्टे की पत्तियोंं का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आप सुबह खाली पेट पत्थरचट्टे की दो से चार पत्तियों को साफ से धोकर चबाते हुए खा लें। 
  • पत्थरचट्टा की चाय: आप पत्थरचट्टा की पत्तियों को साफ से धो लें। इसके लिए करीब दो कप पानी में पत्थर चट्टे की पत्तियों को डालकर उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए  तो इसे चाय की तरह पिएं। 
  • पत्थरचट्टे की पत्तियों का जूस: इसका जूस या अर्क बनाने के लिए आप पत्थरचट्टे की पत्तियों को लें। इसे साफ से धोकर इसका जूस निकाल लें। इसका जूस दवा के रूप में पिया जा सकता है।  

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हाई बीपी की समस्या आज के समय में एक आम बीमारी बनती जा रही है। लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर आप इस समस्या में आराम पा सकते हैं। पत्थरचट्टे की पहचान कर आप इसका सेवन कर सकते हैं। यह आपकी नसों में जमा फैट और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होता है। लेकिन, यदि आपको बीपी की अधिक परेशानी है, तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी भी उपाय को अपनाएं। 

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