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प्रेग्नेंसी में मॉर्निग सिकनेस का कारण बनती हैं ये 5 गलत‍ियां, बरतें सावधानी

Morning Sickness in Pregnancy: प्रेग्नेंसी में मॉर्निग सिकनेस होने पर थकान और कमजोरी होती है। जानें इससे बचने के ल‍िए क‍िन गलत‍ियों से बचना चाह‍िए।

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: Sep 04, 2023 20:00 IST
प्रेग्नेंसी में मॉर्निग सिकनेस का कारण बनती हैं ये 5 गलत‍ियां, बरतें सावधानी

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Morning Sickness in Pregnancy: पहली त‍िमाही में कुछ मह‍िलाओं को मॉर्न‍िंग स‍िकनेस की समस्‍या होती है। प्रेग्नेंसी में मॉर्निग सिकनेस के लक्षण नजर आने पर जी म‍िचलाना, उल्‍टी, थकान, घबराहट और स‍िर दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं। पहली त‍िमाही में गर्भ का व‍िकास होता है और मह‍िलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों के कारण मॉर्निंग सिकनेस महसूस हो सकती है। प्रेग्नेंसी में पाचन प्रणाली पर दबाव बढ़ सकता है और मॉर्निंग सिकनेस की समस्‍या हो सकती है। इसके अलावा कुछ गलत‍ियां होती है ज‍िसके कारण मह‍िलाओं को मॉर्न‍िंग स‍िकनेस की समस्‍या होती है। मॉर्न‍िंग स‍िकनेस से बचने के ल‍िए इन गलत‍ियों से भी बचना चाह‍िए। प्रेग्नेंसी में मॉर्निग सिकनेस से बचने के तरीकों पर व‍िस्‍तार से बात करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई हॉस्‍प‍िटल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।   

1. प्रेग्नेंसी में पानी कम पीना- Dehydration in Pregnancy  

प्रेग्नेंसी में पानी की कमी के कारण मॉर्न‍िंग स‍िकनेस की समस्‍या हो सकती है। रात को पानी प‍िए बगैर सो जाने के कारण सुबह स‍िर दर्द, उल्‍टी, घबराहट और जी म‍िचलाने जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। स्‍वस्‍थ रहने के ल‍िए द‍िन में 7 से 8 ग‍िलास पानी का सेवन करें। इसके अलावा रात को सोने से पहले भी एक ग‍िलास पानी जरूर प‍िएं।

2. प्रेग्नेंसी में ज्‍यादा तनाव लेना- Feeling Stress in Pregnancy  

प्रेग्नेंसी में ज्‍यादा तनाव लेने की आदत है, तो आपको बता दें क‍ि इससे मॉर्न‍िंग स‍िकनेस का सीधा कनेक्‍शन है। स्‍ट्रेस के कारण नींद प्रभाव‍ित होगी और नींद पूरी न होने के कारण सुबह थकान महसूस होती है। प्रेग्नेंसी में तनाव से बचने के ल‍िए डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज और मेड‍िटेशन की मदद ले सकते हैं।     

3. प्रेग्नेंसी में फोल‍िक एस‍िड न लेना- Avoiding Folic Acid in Pregnancy

folic acid in pregnancy

प्रेग्नेंसी में मॉर्न‍िंग स‍िकनेस से बचने के ल‍िए फोल‍िक एस‍िड का सेवन जरूरी है। फोल‍िक एस‍िड को व‍िटाम‍िन-बी9 के रूप में भी जाना जाता है। फोलि‍क एस‍िड का सेवन न करने से शरीर में खून की कमी हो जाती है और गर्भ का व‍िकास ठीक से नहीं हो पाता। खून की कमी के कारण प्रेग्नेंसी में मॉर्न‍िंग स‍िकनेस के लक्षण नजर आने लगते हैं।  

4. नींद पूरी न करना- Incomplete Sleep Cycle in Pregnancy  

प्रेग्नेंसी में नींद पूरी न करने के कारण मॉर्न‍िंग स‍िकनेस के लक्षण महसूस हो सकते हैं। प्रेग्नेंसी में महि‍लाएं ड‍िलीवरी और होने वाले बच्‍चे की परवर‍िश की ज्‍यादा च‍िंता करती हैं ज‍िसके कारण उनकी स्‍लीप साइक‍िल प्रभाव‍ित हो जाती है। प्रेग्नेंसी में शरीर को एक्‍ट‍िव रखने के साथ-साथ शरीर को आराम देना भी जरूरी है। प्रेग्नेंसी में रोज 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी लें। 

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5. खाने का पोर्शन साइज ज्‍यादा होना- Large Portion Size in Pregnancy 

प्रेग्नेंसी में ज‍िस तरह भूखा रहने से बचना चाह‍िए, ठीक उसी तरह खाने के बड़े पोर्शन साइज से भी बचना चाह‍िए। ज्‍यादा खा लेने के बाद शरीर को खाना पचाने के ल‍िए अत‍िर‍िक्‍त ऊर्जा की जरूरत होती है। अगर आप ज्‍यादा खाते हैं, तो मांसपेशियों को भी अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है ज‍िसके कारण सुबह थकान के लक्षण महसूस होते हैं। ऐसे में आपको सीम‍ित और संतुल‍ित पोर्शन साइज का सेवन करना चाह‍िए।      

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