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Juvenile Osteoporosis: बच्चों में ऑस्टियोपोरोसिस के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें आसान भाषा में

कुछ बच्चों को अक्सर हड्डियों में दर्द रहता है। इसे लक्षण को अनदेखा न करें यह जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है। इस बारे में आगे डॉक्टर से जानें

 

Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: Sep 12, 2023 17:06 IST
Juvenile Osteoporosis: बच्चों में ऑस्टियोपोरोसिस के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें आसान भाषा में

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शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती है। यह समस्या मुख्य रूप से अधिक उम्र के लोगों में दिखाई देती है। लेकिन, कुछ कारणों के चलते यह परेशानी बच्चों को भी हो सकती है। इस स्थिति में बच्चों की हड्डियां कमजोर हो जाती है। अन्य बच्चों की तुलना में जिन बच्चों को बार-बार फैक्चर होता है। उनको जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है। यह एक दुर्लभ स्थिति होती है, लेकिन इसका इलाज किया जा सकता है। दवाओं, डाइट और एक्सरसाइज से बच्चों की इस समस्या को कम किया जा सकता है। आज हम जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस के बारे में विस्तार से चर्चा करने जा रहें हैं। इस रोग पर हमने फोर्टिस अस्पताल, वाशी के रॉबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन और डायरेक्टर ऑफ ऑर्थोपेडिक्स डॉक्टर प्रमोद भोर से बात की तो उन्होंने बेहद आसान भाषा में समझाया कि बच्चों को यह रोग क्यों होता है। साथ ही इसमें किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं।

जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस क्यों होता है? Causes Of Juvenile Osteoporosis In Hindi 

डॉक्टर के अनुसार यह रोग बच्चों की हड्डियों को कमजोर करता है। अक्सर 8 से 14 वर्ष के बच्चों में जुवेनाइल ऑस्टियोपोरिसिस की समस्या देखने को मिलती है। लेकिन, कुछ मामलों में यह इससे कम उम्र के बच्चों में भी हो सकता है। यह एक गंभीर रोग है, क्योंकि यह उस समय होता है, जब बच्चों अपने भविष्य के लिए हड्डियों को मजबूत बना रहे होते हैं। एक स्वस्थ बच्चा 18 से 20 वर्ष तक की आयु तक अपनी हड्डियों का करीब 90 प्रतिशत हिस्सा बना लेते हैं। 

यह रोग दो तरह से बच्चों को प्रभावित करता है। पहले टाइप को सेकेंडरी और दूसरे टाइप को इडियोपैथिक कहते हैं। 

सेकेंडरी टाइप:

सेकेंडरी टाइप में बच्चों को पहले से ही किसी रोग के कारण ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है। इसमें डायबिटीज, सिस्टिक फाइब्रोसिस, ल्यूकेमिया, सिलेक डिजीज, होमोसिस्टिनुरिया (एक आनुवंशिक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर), हाइपरथायरोडिज्म, कुशिंग सिंड्रोम, इटिंग डिसऑर्डर या किडनी रोग शामिल हैं। इन बीमारियों की वजह से बच्चे की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।

इसके अलावा, कुछ दवाएं जैसे कीमोथेरेपी के बाद की दवाएं, मिर्गी की कुछ दावाओं, व अर्थराइटिस में स्टेरॉइड्स से भी बच्चे की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। अगर आपके बच्चे को पहले से ही कोई रोग है, तो ऐसे में आप डॉक्टर से बात कर बोन डेंसिटी की जांच करा सकते हैं। 

juvinile osteoporosis

इडियोपैथिक:

इस स्थिति में डॉक्टर को जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस होने के कारणों का पता नहीं होता है। यह कारण लड़कियों की तुलना में लड़कों में अधिक देखने को मिल सकता है। यह स्थिति प्युर्बिटी शुरू होने से पहले हो सकती है।

जुवेनाइल ऑस्टिपोरोसिस में क्या लक्षण दिखाई देते हैं - Symptoms Of Juvenile Osteoporosis In Hindi 

जुवेनाइल ऑस्टिपोरोसिस में बच्चों को जो लक्षण महसूस होते हैं, जिनको आगे बताया गया है। 

  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना, 
  • कूल्हों में दर्द होना,
  • घुटनों और टखनो में दर्द बने रहना
  • चलने में परेशानी होना
  • पैरों में हल्की सी चोट में भी बार-बार फ्रैक्चर होना, आदि। 

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जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस की समय रहते पहचान करने से इसका इलाज किया जा सकता है। यदि आपके बच्चे को भी हड्डियों में दर्द की समस्या हो रही है, तो उसे नजरअंदाज न करें। यह जुवेनाइल ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलकर उसका इलाज कराएं। 

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