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Dengue Fever Symptom & Causes: डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार

Dengue ke lakshan karan aur upchar: डेंगू एक जानलेवा बीमारी है, इस बीमारी में लक्षण दिखते ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, जानें बचाव के टिप्स। 

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: Sep 04, 2023 16:01 IST
Dengue Fever Symptom & Causes: डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार

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डेंगू एक गंभीर बीमारी है जो एडीज मच्‍छर के काटने से या संक्रम‍ित व्‍यक्‍त‍ि के संपर्क में आने से फैलती है। डेंगू के लक्षण, संक्रमण होने के 3 से 10 के बाद ही नजर आते हैं। अगर इस दौरान आप लक्षणों को समझकर इलाज करवा लें तो गंभीर स्‍थ‍ित‍ि से बचा जा सकता है। डेंगू होने पर अगर आप इलाज न करवाएं तो ये गंभीर रूप लेकर रक्तस्रावी बुखार में बदल सकता है या ब्‍लीड‍िंग, बीपी में ग‍िरावट यहां तक की मौत का खतरा भी हो सकता है। डेंगू हो जाने पर आपको खुद से इलाज करने के बजाय डॉक्‍टर से संपर्क करना चाह‍िए। इस लेख में हम डेंगू के लक्षण, डेंगू के कारण, बचाव और इलाज आद‍ि पर चर्चा करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

डेंगू बुखार क्या है? - Dengue Kya Hai (Dengue Fever In Hindi)

डेंगू मच्छरों से फैलने वाला एक प्रकार का संक्रमण है, जिसका पहला लक्षण आमतौर पर बुखार होता है। हालांकि इस इंफेक्शन के और भी कई लक्षण होते हैं, जिनके बारे में आप आगे जानेंगे। 

डेंगू के लक्षण क्‍या हैं? - Dengue Ke Lakshan Kya Hai (Dengue symptoms in hindi)

डेंगू एक तरह का संक्रमण है जो डेंगू वायरस के कारण होता है, अगर समय पर इसका इलाज न क‍िया जाए तो व्‍यक्‍त‍ि की मौत भी हो सकती है। डेंगू होने पर ये लक्षण (dengue ke lakshan) नजर आ सकते हैं- 

  • स‍िर में तेज दर्द 
  • बुखार आना 
  • आंखों में दर्द 
  • रैशेज की समस्‍या  
  • जोड़ों में तेज दर्द 
  • हड्डी या मसल्‍स पेन 
  • जी म‍िचलाना या उल्‍टी 

डेंगू बुखार कैसे फैलता है? - Dengue Kaise Failta Hai (Dengue Fever Causes In Hindi)

डेंगू एडीज इजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस नाम के मादा मच्छर के काटने से फैलता है। यही मच्छर जीका वायरस और चिकनगुनिया भी फैलाता है। यह संक्रमण कई बार जानलेवा हो सकता है।

क्या डेंगू के मच्छर सिर्फ दिन में ही काटते हैं?

एक भ्रांति कई बार लोगों को होती है कि डेंगू के मच्छर सिर्फ दिन में ही काटते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार डेंगू के मच्छर आपको दिन या रात कभी भी काट सकते हैं।

symptoms of dengue

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डेंगू के लक्षण कितने दिन बाद दिखते हैं?

डेंगू के लक्षण आमतौर पर मच्छर काटने के 3 से 10 दिन बाद से लक्षण नजर आना शुरू होते हैं। शुरुआती लक्षण बुखार और थकान होते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य लक्षण नजर आते हैं। ये लक्षण 10 दिन या इससे अधिक समय तक बने रह सकते हैं।

डेंगू का बुखार कितने दिनों तक रहता है?

आमतौर पर डेंगू का बुखार 4 से 10 दिनों तक रह सकता है। कुछ गंभीर मामलों में ये बुखार 10 दिन से भी ज्यादा समय तक रह सकता है। डेंगू के मरीज को बुखार ठीक होने तक मच्छरदानी में ही सुलाएं, ताकि मच्छर उस तक न पहुंचे और अन्य लोगों तक संक्रमण न फैले।

इसे भी पढ़ें- डेंगू होने पर महसूस हो सकती हैं ये 6 समस्याएं, डॉक्टर से जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय

डेंगू से जोखिम - (Risk of dengue)

  • डेंगू से संक्रम‍ित व्‍यक्‍त‍ि के संपर्क में आने से डेंगू हो सकता है।
  • जल भराव वाले क्षेत्र में रहते हैं तो आपको डेंगू हो सकता है। 

डेंगू की पहचान कैसे की जाती है - Dengue Ki Pahchan Kaise Karen (Dengue Diagnosis in Hindi)?

अगर किसी व्यक्ति को डेंगू जैसे लक्षण नजर आते हैं, तो उसे डॉक्टर से मिलना चाहिए और ब्लड टेस्ट कराना चाहिए। खून की जांच के जरिए पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति डेंगू से संक्रमित है या नहीं। डेंगू संक्रमण की जांच के लिए कई टेस्ट किए जाते हैं, जैसे-

  • Nonstructural Protein 1 (NS1) Antigen Test 
  • Dengue RT-PCR test
  • Immunoglobulin M (IgM) test for Dengue
  • Immunoglobulin G (IgG) test for Dengue
  • Complete Blood Count (CBC)
 

डेंगू से बचाव के उपाय हिन्दी वीडियो - Dengue Se Bachne Ke Upay Video (Dengue Prevention Measures in Hindi Video)

डेंगू का पता लगाने के ल‍िए जरूरी टेस्‍ट - Dengue Ke Liye Test (Tests for dengue)

डेंगू का पता कैसे लगाया जाता है? डेंगू का पता लगाने के ल‍िए कंप्‍लीट ब्‍लड काउंट टेस्‍ट, एल‍िसा टेस्‍ट, पीसीआर टेस्‍ट, सीरम आईजीजी, आईजीएम टेस्‍ट क‍िया जाता है। डॉ सीमा ने बताया क‍ि डेंगू की शुरूआत में एंटीजन टेस्‍ट एनएन 1 क‍िया जाता है अगर आप बुखार आने के 4 से 5 द‍िन बाद टेस्‍ट करवा रहे हैं तो डॉक्‍टर आपको डेंगू स‍िरॉलजी टेस्‍ट करने की सलाह देंगे इसके अलावा डॉक्‍टर ब्‍लड टेस्‍ट भी करवाते हैं ज‍िससे टोटल सैल्‍स काउंट और वाइट ब्‍लड सैल्‍स काउंट का पता चलता है। ज्‍यादातर टेस्‍ट की र‍िपोर्ट 24 घंटे में आ जाती है और कीमत करीब 500 से 1500 के बीच हो सकती है, वहीं सरकारी अस्पताल में कई जांचें मुफ्त होती हैं।

डेंगू में प्लेटलेट काउंट कितना होना चाहिए? | How much platelet count is normal in dengue?

सामान्य स्वस्थ व्यक्ति का प्लेटलेट काउंट  1 से 1.5 लाख तक होना चाहिए। लेकिन डेंगू होने पर प्लेटलेट काउंट घटता है, जो कि सामान्य बात है। आमतौर पर 40- 50,000 तक प्लेटलेट काउंट घट जाने पर कोई चिंताजनक बात नहीं होती। इसे सही डाइट और दवा के जरिए बढ़ाया जा सकता है। लेकिन 40,000 से कम होने पर डेंगू शॉक सिंड्रोम का खतरा होता है। वहीं अगर प्लेटलेट काउंट 10-20 हजार तक आ गया तो ये स्थिति खतरनाक हो सकती है। ऐसे में चिकित्सक की देखरेख में ही मरीज का इलाज कराना चाहिए।

डेंगू बुखार के जोखिम कारक - Dengue ke Jokhim Kya Hai (Risk Factors for Dengue Fever in Hindi)

  • बारिश के मौसम में डेंगू का खतरा बढ़ जाता है।
  • जलभराव के आसपास के इलाकों में मच्छरों के पनपने की संभावना ज्यादा होती है इसलिए यहां डेंगू का खतरा ज्यादा होता है।
  • घर के अंदर या बाहर किसी जगह या वस्तु में रुका हुआ पानी भी मच्छर पैदा कर सकता है, जिससे डेंगू का खतरा बढ़ सकता है।
  • इम्यूनिटी कमजोर होने पर भी डेंगू होने का खतरा ज्यादा होता है।
  • छोटे बच्चों और बुजुर्गों को डेंगू का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि इनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।

 

डेंगू का इलाज - dengue ka ilaj (Treatment of dengue)

dengue fever

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डेंगू के ल‍िए फ‍िलहाल कोई खास दवा उपलब्‍ध नहीं है। बचाव ही एकमात्र बेहतर उपाय है (dengue treatment)। हालांक‍ि डॉक्‍टर डेंगू बुखार (Dengue ke lakshan) को कम करने के ल‍िए पैरास‍िटामॉल दवा खाने की सलाह देते हैं लेकि‍न इसका ये मतलब नहीं है क‍ि आप ब‍िना डॉक्‍टर की सलाह ल‍िए दवा का सेवन कर सकते हैं। गंभीर लक्षण (Dengue ke lakshan) नजर आने पर मरीज को अस्‍पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है और इस केस में उसे नसों के जर‍िए इलेक्‍ट्रोलाइट दिया जाता है। 

डेंगू की पुष्टि होने पर क्‍या करें? 

  • डॉक्‍टर की सलाह पर दवाओं का सेवन समय पर करें। 
  • सबसे पहले बुखार उतारने की कोश‍िश करनी है। 
  • शरीर में फ्लूड की कमी न होने दें।
  • दवा लेने के कुछ घंटे बाद भी बुखार न उतरे तो डॉक्‍टर से संपर्क करें।

डेंगू से बचाव के उपाय - dengue se bachne ke upay (How to prevent dengue)

  • डेंगू से बचने के ल‍िए (dengue prevention) घर में क‍िसी गड्डे, बर्तन या पॉट में पानी न भरने दें। इन्‍हीं में डेंगू मच्‍छर अंडे देते हैं।
  • सोते समय आपको मच्‍छर दानी का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए, समय-समय पर घर की सफाई करवाते रहें।
  • अगर आपके घर में किसी ऐसी जगह पानी इकट्ठा होता है ज‍िसे आप हटा नहीं सकते तो आपको उसे तुरंत ढक देना चाह‍िए।
  • आपको अपने ख‍िड़की और दरवाजे शाम होने से पहले बंद कर देने चाह‍िए वहीं छोटे बच्‍चों को खासकर शाम के समय फुल स्‍लीव कपड़े पहनाएं।

इसे भी पढ़ें- बुखार कितने प्रकार के होते हैं? डॉक्टर से जानें बुखार के लक्षण और बचाव के उपाय

डेंगू से बचने के ल‍िए डाइट में करें बदलाव - dengue mai kya khaye (Dengue diet in hindi)

  • आपको पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन करना है, पानी के साथ आप नींबू पानी, छाछ, नार‍ियल पानी भी पी सकते हैं।
  • डेंगू से बचाव के ल‍िए खाने में तुलसी, हल्‍दी, दालचीनी, अदरक, लौंग, काली म‍िर्च जैसे इम्‍यून‍िटी बढ़ाने वाले इंग्रीड‍िएंट्स का यूज करें।
  • बासी खाना न खाएं, ताजा खाना खाएं और फाइबर र‍िच फूड्स को अपनी डाइट में शाम‍िल करें।
  • मीट, मछली, सी फूड, तला-भुना खाना, स्‍ट्रीट फूड आद‍ि का सेवन कम से कम करें।

डेंगू एक संचारी रोग है जो एक व्‍यक्‍त‍ि से दूसरे में फैल सकता है इसल‍िए डेंगू से बचाव ही इसका सबसे बेहतर इलाज है। अपने आसपास सफाई का ध्‍यान रखें।

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