कोल्‍ड और फ्लू

मौसम बदलने पर अक्सर लोगों को सर्दी-जुकाम (Common Cold)की समस्या हो जाती है। पर सर्दी-जुकाम और फ्लू (cold and flu)आमतौर पर उन लोगों को ज्यादा होती है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर (weak immune system) होती है। ज्यादातर लोग सर्दी और फ्लू के लक्षणों के बीच कंफ्यूज हो जाते हैं, पर इन दोनों में बहुत फर्क है। दरअसल,  फ्लू और सामान्य सर्दी दोनों श्वसन संबंधी बीमारियां हैं लेकिन ये अलग-अलग वायरस के कारण होती हैं। क्योंकि इन दोनों प्रकार की बीमारियों के लक्षण समान होते हैं, इसलिए इनके अकेले के लक्षणों के आधार पर उनके बीच अंतर बताना मुश्किल हो सकता है। सामान्य तौर पर, फ्लू आम सर्दी से भी बदतर होता है, और लक्षण अधिक तीव्र होते हैं। जुकाम फ्लू से ज्यादा होता है। जुकाम से पीड़ित लोगों को बहती या भरी हुई नाक होने की संभावना होती है। हालांकि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कि निमोनिया और बैक्टीरियल इंफेक्शन में स्थिति थोड़ी गंभीर हो जाती है। तो, आइए सबसे पहले  समझते हैं कोल्‍ड और फ्लू के बीच का अंतर (difference between cold and flu)

 

सर्दी जुकाम कैसे होता है-Causes of Common Cold

सर्दी ज़ुकाम आमतौर पर ऊपरी वायुमार्ग में वायरल इंफेक्शन के कारण होता है। इसमें नाक,  गला, साइनस और ऊपरी श्नसन प्रणाली के सभी अंग प्रभावित होते हैं। ये आमतौर पर गंभीर नहीं होता। यह बहुत आम है और अधिकांश मामलों में एक या दो सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक हो जाता है। 

सर्दी जुकाम के लक्षण -Symptoms of Common Cold

एक सामान्य सर्दी के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के एक से तीन दिन बाद ही दिखाई देने लगते हैं। इसके संकेत और प्रारंभिक लक्षण, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। पर ज्यादातर लोगों को सर्दी जुकाम में यही लक्षण महसूस होते हैं।

  • -बहती या भरी हुई नाक
  • -गले में खराश
  • -खांसी
  • -थोड़ा सा शरीर दर्द 
  • - हल्का सिरदर्द
  • -छींक आना
  • - हल्का बुखार
  • -अस्वस्थ महसूस करना 

    सर्दी जुकाम का उपाय-Cold Remedies

    • -गर्म पानी पिएं
    • -हाइड्रेटेड रहें
    • -स्ट्रेसनेस और कंजेशन को दूर करने के लिए नेसल ड्रॉप(nasal drops)इस्तेमाल करें
    • - स्वस्थ और गर्म भोजन 
    • -बुखार या बेचैनी को कम करने के लिए पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी दवाओं को डॉक्टर से पूछ कर लें।
    • -बंद नाक के खुलने के लिए के लिए डिकंजेस्टेन्ट (decongestant) स्प्रे या गोलियों का उपयोग करें।
    • -नमक के पानी के गरारे करना और मेन्थॉल की गोलियां लें।
    • -गिलोय का काढ़ा लें (giloy for cold)
    • -काढ़ा पिएं (kadha for cough and cold)
    • -रात में हल्दी वाला दूध पी कर सोएं (haldi milk for cold)

      फ्लू क्या है-Flu in hindi

      फ्लू एक संक्रामक श्वसन बीमारी है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण (Causes of Flu)होती है जो नाक, गले और कभी-कभी फेफड़ों को संक्रमित करती है। कुछ अन्य वायरस की तरह, फ्लू वायरस आपके शरीर में नाक, आंख या मुंह के श्लेष्म झिल्ली के माध्यम से प्रवेश करते हैं।  यह हल्के से गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, और कई बार मृत्यु का कारण बन सकता है। अधिकांश फ्लू के लक्षण धीरे-धीरे दो से पांच दिनों तक रहते हैं, लेकिन एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक चलने का अनुभव करना असामान्य नहीं है। फ्लू की एक सामान्य जटिलता निमोनिया (Pneumonia)है, विशेष रूप से युवा, बुजुर्ग या फेफड़े या दिल की समस्याओं वाले लोगों में। अगर आपको फ्लू के कारण सांस लेने की तकलीफ दिखाई देती है, तो अपने डॉक्टर को बताएं। निमोनिया का एक और सामान्य संकेत बुखार है जो एक या दो दिन के लिए चले जाने के बाद वापस आ सकता है।

      फ्लू कैसे फैलता है -How Flu Spreads

      ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि फ्लू वायरस मुख्य रूप से खांसी, छींकने या बात करने के दौरान छोटी बूंदों (air droplets)द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। दरअसल, फ्यू से बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने पर ये बूंदें उन लोगों के मुंह या नाक में उतर सकती हैं और उन्हें संक्रमित कर सकती हैं। इसके अलावा

      • -संक्रमित सतहों से भी फ्लू फैलता है।
      • -संक्रमित हाथों से बार-बार मुंह, आंख और नाक छूने पर भी फ्लू फैलता है।
      • -संक्रमित व्यक्ति के नजदीक संपर्क में आने से।
        • फ्लू के लक्षण -Symptoms of Flu

          • -नाक बहना 
          • -बुखार (शरीर का तापमान 100-104⁰F तक जा सकता है)
          • -नाक बंद होना
          • -पसीना आना
          • -कफ होना
          • -सीने में जकड़न
          • - सीने में दर्द
          • -छींक आना
          • -अत्यधिक थकावट 
          • -गले में दर्द
          • -सरदर्द
            • संक्रामक होने की अवधि की बात करें, तो आमतौर पर पुराना होने पर फ्लू अधिक तेजी से फैलता है। पहले 3-4 दिनों में फ्लू वाले लोग सबसे अधिक संक्रामक होते हैं। इसके अलावा कुछ लोग, विशेष रूप से छोटे बच्चे और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में तेजी से फ्लू फैलता है।

      फ्लू के घरेलू नुस्खे-Natural Flu Remedies

      • -पानी और तरल पदार्थ पीएं
      • -सूप पिएं
      • -विटामिन-सी का सेवन करें
      • -जिंक का सेवन करें
      • -नमक के पानी से कुल्ला करें
      • -हर्बल चाय पिएं
      • -सरसों का तेल तलवे पर लगाएं
      • -ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें
      • -काढ़ा पिएं
        • फ्लू का खतरा किन लोगों को ज्यादा होता है (People at High Risk from Flu)?

          किसी को भी फ्लू हो सकता है। चाहे आप स्वस्थ ही क्यों न हो। लेकिन कुछ लोगों को बीमार होने पर फ्लू से संबंधित गंभीर जटिलताओं के होने का खतरा होता है। इसमें 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोग, कुछ पुरानी चिकित्सा स्थितियों जैसे अस्थमा, मधुमेह, या हृदय रोग, गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष से छोटे बच्चे शामिल हैं।

          मौसमी फ्लू  से बचना है जरूरी

          फ्लू को रोकने के लिए पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम ये है कि प्रत्येक वर्ष एक फ्लू वैक्सीन जरूर लगवाएं। फ्लू वैक्सीन को फ्लू से संबंधित बीमारियों और गंभीर फ्लू जटिलताओं के जोखिम को कम करने के लिए दिखाया गया है जिसके परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती या यहां तक कि मौत हो सकती है। इसके अलावा सीडीसी की मानें, तो फ्लू  वाले लोगों से दूर रहें। खांसी और छींक होने पर हाथ से कवर न करें बल्की कोहनी और टिशू पेपर से कवर करें।

          सर्दी जुकाम और फ्लू से बचाव के उपाय-Prevention Tips

          सर्दी जुकाम से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने इम्यूनिटी को मजबूत करें और मौसम बदलने पर थोड़ा बचाव करें। साथ ही अगर आपको सर्दी जुकाम है, तो  कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। जैसे कि 

          • -अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छी तरह से साफ करें।
          • - अपने बच्चों को भी हाथ धोने का महत्व सिखाएं। 
          • -साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
          • -इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए हेल्दी डाइट लें।
            • गौरतलब है कि अकेले लक्षणों के आधार पर अन्य वायरल या बैक्टीरियल श्वसन रोगों से फ्लू में अंतर करना बहुत मुश्किल है। फ्लू के निदान के लिए परीक्षण जरूरी है। तो, साफ सफाई का ध्यान रखें और इम्यूनिटी बढ़ा कर इन बीमारियों से बचे रहें। साथ ही अपने सामान को कीटाणुरहित करें। स्वच्छ रसोई और बाथरूम कीटाणुनाशक के साथ काउंटरटॉप्स की सफाई रखें, खासकर जब आपके परिवार में किसी को सर्दी हो। समय-समय पर बच्चों के खिलौने धोएं। टिशू का उपयोग करें और इन्हें कायदे स डस्टबीन में डालें।इसके अलावा किसी के साथ कोई भी चीज साझा न करें। जैसे कि अन्य परिवार के सदस्यों के साथ पीने के गिलास या बर्तन साझा न करें। जब आप या कोई और बीमार हो तो ग्लास या डिस्पोजेबल कप का उपयोग करें। जिस व्यक्ति को जुकाम है, उसके साथ निकट संपर्क से बचें।

              Source: American Lung Association (www.lung.org)

              Centre for disease control and prevention