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क्या हीमोग्लोबिन का लेवल कम होने पर गर्भधारण करने में दिक्कत होती है? डॉक्टर से जानें

हीमोग्लोबिन की कमी से महिलाओं को कंसीव करने में परेशानी हो सकती है। आगे जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय 

 
Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: Sep 22, 2023 10:00 IST
क्या हीमोग्लोबिन का लेवल कम होने पर गर्भधारण करने में दिक्कत होती है? डॉक्टर से  जानें

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शादी के बाद दंपत्ति और घर के अन्य सदस्यों को बच्चे का इंतजार होता है। जैसे-जैसे समय बीतता है, कपल पर कंसीव करने का दबाव बना रहता है। वहीं, समाज का दबाव भी ज्यादातर महिलाओं को ही झेलना पड़ता है। लेकिन, कई बार फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियों की वजह से महिलाओं को कंसीव करने में परेशानी होती है। डॉक्टर की मानें तो कंसीव न करने के पीछे कई कारण  हो सकते हैं। इसमें हिमोग्लोबिन की कमी को भी शामिल किया जाता है। जिन महिलाओं के शरीर में खून की कमी होती है उनको कंसीव करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस विषय पर साईं पॉलीक्लीनिक की स्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं खून की कमी से कंसीव करने में क्या परेशानी आ सकती है।

क्या हीमोग्लोबिन की कमी से कंसीव करने में परेशानी हो सकती है - Can Lack Of Hemoglobin Cause Of Infertility In Women In Hindi   

एनीमिया और पीरियड्स में अनियमितता होना 

हीमोग्लबीन की कमी महिलाओं के शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी को दर्शाता है। हीमोग्लोबिन की कमी को आप एनीमिया से समझ सकते हैं। इसमें महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। इसकी वजह से ओव्यूलेशन प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिसकी वजह से महिलाओं को कंसीव करने में समस्या हो सकती है। 

हार्मोनल बदलाव होना

दरअसल, एनीमिया महिलाओं को कंसीव करने में परेशानी का कारण हो सकता है। हीमोग्लोबिन की वजह से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन का स्तर अनियंत्रित होता है। इसके कारण कंसीव करने की प्रारंभिक प्रक्रिया में बदलाव होता है और ऐसे में महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी होती है। 

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प्रजनन अंगों में कमजोरी 

हीमोग्लोबिन रक्त के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण अंगो में कमजोरी और शिथिलता आ जाती है। ऐसे में प्रजनन अंगों की मांसपेशियां कमजोर हो सकती है, जिससे प्रेग्नेंट होने में समस्या आ सकती है। 

एग क्वालिटी पर प्रभाव पड़ना

हीमोग्लोबिन की कमी के कारण महिलाओं की एग क्लाविटी प्रभावित हो सकती है। एग को सही ढंग से विकसित होने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। लेकिन, हीमोग्लोबिन की कमी से ऑक्सीजन की पर्याप्त पूर्ति नहीं हो पाती, जिससे निषेचन की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है। 

प्रेग्नेंसी के लिए आवश्यक है हीमोग्लाेबिन का सही स्तर 

दरअसल, प्रेग्नेंसी के लिए महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर सही होना बेहद आवश्यक है। प्रेग्नेंसी में बच्चे को निरंतर खून की आवश्यकता होती है। यदि, महिलाओं को खून में कमी हो तो ऐसे में गर्भधारण करने में जोखिम बढ़ सकता है। 

हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करने के लिए बचाव के उपाय - Prevention Tips To Reduce Hemoglobin Level In Women In Hindi 

  • डाइट में बदलाव: आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे बीन्स, पालक और फोर्टिफाइड अनाज को डाइट में शामिल करें
  • आयरन की सप्लीमेंट्स: हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए महिलाएं आयरन की सप्लीमेंट दवाएं ले सकती हैं। 
  • धूम्रपान व शराब का सेवन कम करें: शराब व धूम्रपान से महिलाओं को हीमोग्लोबिन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इस आदत को तुरंत छोड़ दें। 
  • एक्सरसाइज करें: महिलाओं को फर्टिलिटी को इम्प्रूव करने के लिए आप रोजाना योग, एक्सरसाइज और मेडिटेशन करें। 

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महिलाओं को खून की कमी को अनदेखा नहीं करना चाहिए। इससे उन्हें कई अन्य रोग हो सकते हैं। इस स्थिति में आप तुरंत .डॉक्टर से मिलें और खून की कमी को दूर करने के लिए इलाज करें। 

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