बॉडी मसाज

बॉडी मसाज (body massage in hindi) शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से शांत और आराम पहुंचाने का काम करता है। ये शरीर की मांसपेशियों पर दबाव बनाकर ब्लड सर्कुलेशन को रेगुलेट करता है, ब्लड प्रेशर को सही करता है और शरीर के तापमान को सही करके बॉडी को रिलेक्स करता है। इसमें लोग अलग-अलग चीजों से मालिश करते हैं, जैसे कि पत्थर, रोलर और हाथों से। मसाज शरीर के अलग-अलग नर्व्स और मांसपेशियों को केंद्रित करके किया जाता है।  साथ ही ये ऊर्जा के स्तर में वृद्धि कर शारीरिक स्थितियों में बदलाव लाकर कई परेशानियों को कम कर सकता है। मसाज शरीर के अलग-असग हिस्सों को प्रभावित करती है। जैसे कि

  • -आपकी हड्डियों को
  • -आपकी मांसपेशियों को
  • -आपके दिल को आराम पहुंचाता है
  • -श्वसन प्रणाली को सेहतमंद रखता है।
  • -मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। 
    • बॉडी मसाज कैसे काम करता है-  How Does Massage Work?

      मसाज हमारे शरीर में दो तरीके से काम करता है और इसे आराम पहुंचाता है। जैसे कि

      1. आरामदेह  प्रतिक्रियाएं - Relaxation response

      मालिश करते वक्त सुरक्षित और आरामदेह स्पर्श शरीर को राहत पहुंचाने का काम करता है। यह, दर्द से राहत के साथ, आम तौर पर रिलेक्सिंग प्रतिक्रिया पैदा करता है। ये प्रतिक्रिया एक ऐसी अवस्था है जिसमें आपका हृदय और श्वास की गति धीमी हो जाती है, आपका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, आपके तनाव हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है और आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है। ये प्रतिक्रिया सेरोटोनिन के स्तर को बेहतर बनाती है, जो कि शरीर में एक रसायन है जो भावनाओं और विचारों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। इसके साथ ही ये तनाव, हाई बीपी, अनिद्रा, लगातार थकान, यौन रोग, पाचन विकार और मनोवैज्ञानिक मुद्दों से लड़ने में मदद करती है। 

      2. यांत्रिक प्रतिक्रियाएं -Mechanical responses

      यांत्रिक प्रतिक्रियाएं में मालिश कई तरीकों से काम करती है। जैसे कि 

      •  - ये  ब्लड और लसीका परिसंचरण (Increase in blood and lymph circulation) को बढ़ाती है।  इससे मांसपेशी, कोमल टिशूज और शरीर के भीतरी हिस्से को आराम मिलता है।  माना जाता है कि मालिश से ब्लड और लसीका परिसंचरण में सुधार होता है। य
      • - बेहतर ब्लड सर्कुलेशन मांसपेशियों की कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की डिलीवरी को बढ़ा सकता है। जैसे-जैसे सेलुलर स्वास्थ्य में सुधार होता है, ऊतक अधिक कुशलता से कार्य करते हैं। ये अतिरिक्त तरल पदार्थों के अवशोषण को बढ़ा सकता है और नरम ऊतकों में सूजन को कम कर सकता है।
      • - ये दर्दनाक संकुचन और ऐंठन को कम करती है। मालिश तंत्रिका तंत्र के काम को बेहतर बनाता है। इससे तंत्रिकाओं और मस्तिष्क से संदेश प्रसारित करने के उनके सामान्य कार्य बेहतर हो जाते हैं, जिससे मांसपेशियों और अंगों के कामकाज में सुधार आता है।
      • -त्वचा को छूने या दबाव डालने से मांसपेशियों, टेंडन्स और रीढ़ की हड्डी की सेहत बेहतर हो जाती है।
        • मसाज के प्रकार- Types of Massage 

          आमतौर पर, मसाज एक्सपर्ट किसी व्यक्ति की त्वचा पर अपने हाथों को फिसलने देने के लिए तेल या टैल्कम पाउडर का उपयोग करते हैं। कभी-कभी, एक चादर या कपड़े का पतला टुकड़ा एक अलग प्रभाव के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है उसके बाद अलग-अलग तरीके के मालिश किए जाते हैं। जैसे कि 

          1. मायोथेरेपी (myotherapy)

          इस मालिश में मूवमेंट और गतिशीलता को प्रभावित करने वाले नरम टिशूज की मदद से दर्द, चोट और शिथिलता का उपचार करना होता है। मायोथेरेपी को मानव शरीर के नरम ऊतक संरचना मांसपेशियों, टेंडन और सेल्स  के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। 

          2. उपचारात्मक थेरेपी (remedial therapy)

          सामान्य स्वास्थ्य और कार्य को देख कर और विशिष्ट मोबलाइजेशन तकनीकों का उपयोग करते हुए  ये मसाज किया जाता है। ये बायोमेकेनिकल डिसफंक्शन या चोटों को ठीक कर सकता है। 

          3. चिकित्सीय मसाज (therapeutic Swedish massage) 

          जिसे 'वेस्टर्न' या 'स्वीडिश' मालिश के रूप में भी जाना जाता है। ऑस्ट्रेलिया में मालिश के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक, इस तकनीक को विश्राम को बढ़ावा देने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।  स्वीडिश मालिश  (Swedish massage) एक पूर्ण प्रकार की फुल-बॉडी मसाज है जो उन लोगों के लिए आदर्श है जो तनाव कम करता है, मांसपेशियों की गांठों को रिलेक्स करता है और जब आप मालिश के दौरान पूरी तरह से आराम करना चाहते हैं तो यह भी एक अच्छा विकल्प है। इसमें मसाज टेबल पर लेटते ही आपको एक चादर से ढंक दिया जाएगा और फिर आपकी मालिश की जाएगी। 

          4. लसीका जल निकासी (lymphatic drainage)

          ये एक कोमल मसाज है, जो कि पूरे शरीर का उपचार करने में मदद करता है और तंत्रिका तंत्र को आराम देता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करता है।

          5. अरोमाथेरेपी (Aromatherapy massage)

          चयनित फूलों और पौधों से बने एसेंशियल ऑयल को अपने विशेष चिकित्सीय गुणों के लिए मसाज ऑयल में जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए, चंदन की गंध तंत्रिका तनाव को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अरोमाथेरेपी मालिश उन लोगों के लिए सबसे अच्छा है जो अपनी मालिश के लिए एक भावनात्मक उपचार घटक चाहते हैं। इस प्रकार की मालिश मदद कर सकती है:

          • - मूड को बेहतर बनाता है
          • -तनाव और चिंता को कम करें
          • अवसाद के लक्षणों को कम करता है
          • -मांसपेशियों में तनाव से राहत दिलाता है
          • -दर्द दूर करता है। 
            • 6. रिफ्लेक्सोलॉजी (reflexology)

              ये इस सिद्धांत पर आधारित है कि शरीर के कुछ  प्वाइंट्स पूरे शरीर के सेहत से जुड़े हुए हैं। इन्हें रिफ्लेक्स पॉइंट्स कहा जाता है, जो शरीर के सभी हिस्सों से संबंधित हैं और पैरों, हाथों, चेहरे और कानों में पाए जा सकते हैं। इस मसाज में शरीर के अलग-अलग बिंदुओं पर दबाव डालकर मसाज किया जाता है।  

              7. हॉट स्टोन मसाज (Hot stone massage)

              जिन लोगों को मांसपेशियों में दर्द और तनाव है या जो केवल आराम करना चाहते हैं, उनके लिए हॉट स्टोन मसाज सर्वोत्तम है। इस तरह की चिकित्सीय मालिश एक स्वीडिश मालिश के समान है, जिसमें हॉट स्टोन का इस्तेमाल किया जाता है। यह मांसपेशियों के तनाव को कम करता है, रक्त के प्रवाह में सुधार करता है, और गर्म पत्थरों का उपयोग करके दर्द से राहत देता है।

              8. शियात्सू मालिश (shiatsu)

              शियात्सू मालिश (shiatsu) एक प्राचीन मालिश तकनीक जिसका उद्देश्य शरीर पर कुछ बिंदुओं पर काम करके ऊर्जा प्रवाह में सुधार करना है। शियात्सू मालिश के अंतर्निहित सिद्धांत एक्यूपंक्चर (acupuncture therapy) के समान हैं।

              9. खेल मालिश (Sports massage)

              मांसपेशियों की चोट को ठीक करने में ये मसाज काफी मदद करता है। अगर आप चोटों से ग्रस्त हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसका उपयोग खेल की चोटों को रोकने में मदद करने के लिए किया जा सकता है। शरीर के लचीलेपन और प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए आप खेल मालिश का उपयोग भी कर सकते हैं। ये गर्द, चिंता और मांसपेशियों में तनाव को कम कर सकता है।

              मसाज के फायदे -Benefits of massage

              • -शरीर का आराम पहुंचाता है (relaxation)
              • -मांसपेशियों में तनाव कम करता है (reduced muscle tension)
              • -ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है (improved circulation)
              • -लसीका प्रणाली को बेहतर बनाता है (stimulation of the lymphatic system)
              • - स्ट्रेस हार्मोन में कमी लाता है (reduction of stress hormones)
              • - ज्वाइंट्स की गतिशीलता और लचीलेपन को बढ़ाता है (increased joint mobility and flexibility)
              • -त्वचा की टोनिंग में सुधार लाता है (improved skin tone)
              • -टिशूज की चोटों में सुधार लाता है (improved recovery of soft tissue injuries)
              • -मानसिक सतर्कता बढ़ाता है ( improve mental alertness)
              • -चिंता और अवसाद को कम करता है (reduced anxiety and depression)
                • मसाज से जुड़ी सावधानियां -Precautions

                  किसी भी तरह के मसाज करवाने से पहले, ज्यादा भोजन करने या शराब पीने से बचें। खूब सारा पानी पीना भी एक अच्छा उपाय है, जो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में आपके शरीर की मदद करेगा। साथ ही आपको मसाज करवाते वक्त इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। जैसे कि 

                  • -अगर आप गर्भवती हो तो मसाज न करवाएं।
                  • -कोई मेडिकल कंडीशन हो तो मसाज न करवाएं।
                  • -हाल ही में कोई चोट या ऑपरेशन हुआ है तो मसाज न करवाएं।
                  • -किसी भी चीज से एलर्जी होती है, खासकर त्वचा की एलर्जी तो मसाज न करवाएं।
                  • -बुखार या संक्रमण हो तो मसाज न करवाएं।
                    • बॉडी मसाज से जुड़ी ऐसी ही अन्य जानकारियों और मसाज के प्रकारों (Types of Massage in hindi), उनके फायदे (benefits of massage therapy) और नुकसानों  (side effects of massage therapy) के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप ऑनली माय हेल्थ के बॉडी मसाज (body massage in hindi) पर पढ़ सकते हैं। 

                      Source: American Massage Therapy Association.